प्रिय आशी और अपूर्व,
आज तुम्हारा पहला करवा चौथ है, और इस पावन व्रत के साथ तुम दोनों ने अपने नवजीवन में एक नई परंपरा और एक-दूसरे के प्रति गहरा समर्पण स्थापित किया है। मेरा यही आशीर्वाद और संदेश है कि-
आशी, तुम्हारे पवित्र संकल्प ने हमारे घर में खुशियों के नए रंग भर दिए हैं। यह व्रत सिर्फ़ अपूर्व की लंबी आयु के लिए नहीं, बल्कि तुम्हारे और उसके बीच अटूट विश्वास, सम्मान और समझ को दोहराता है। हमेशा इस प्रेम को निखारो, छोटी-छोटी बातों में भी एक-दूसरे का साथ निभाओ।
अपूर्व, तुमने आज अपनी अर्धांगिनी के संकल्प को निभाया है। उससे बढ़कर तुम अपना साथ, सुरक्षा और आदर देना सीखो। उसका हाथ थाम कर हर मुश्किल को आसान बनाओ, हर खुशी में उसके चेहरे पर मुस्कान बनाए रखने की ज़िम्मेदारी निभाओ।
करवाचौथ के त्यौहार पर तुम दोनों को यह स्मरण रहे कि शादी केवल संस्कार नहीं, बल्कि दो आत्माओं का साझा सफ़र है, जहाँ हर कदम पर एक-दूसरे का भरोसा, सम्मान और आत्मीयता की इसे सरल बनाती है|
माँ की दुआ है कि
- तुम्हारे जीवन में हर दिन करवाचौथ जैसी पवित्रता बनी रहे|
- तुम्हारा प्यार सौगंध की तरह अटूट हो|
- और तुम दोनों हमेशा साथ मिलकर खुशियाँ या ग़म बाँटो|
ऐसी ही प्यारी–सी, संपूर्ण–सी जिंदगी तुम्हें मिले।
मम्मा
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